नशा या दारू, शराब छड़ाने का शर्तिया इलाज वाले इश्तेहारों की भरमार आपने अक्सर रेलवे या बस स्टेशन के आस पास की दीवारों पर देखा होगा जिसमे वैद्य, हकीम या बाबा गारंटी से शराब की लत छुड़ाने के दावा करते मिल जाएंगे। कुछ हद तक ये लोग कामयाब भी रहते है।
दोस्तो, इस समस्या की मशहूर दवा के कंटेंट्स के बारे में थोड़ा समझिए।
#डाईसल्फ्यूरियम शराब की लत छुड़ाने के लिए सबसे लोकप्रिय दवा है। रिसर्च है कि डाई सल्फाइड हड्डियों को मजबूत बनाए रखने वाली ऑस्टियो ब्लास्ट सेल्स को डैमेज करता है, जिससे हड्डियों की हील करने की क्षमता कम हो रही है। इस स्थिति को #ऑस्टियोपोरोसिस भी कहते हैं। इस बीमारी में उठने, बैठने, चलने यहां तक कि करवट बदलने में भी हड्डियां चटक जाती हैं।
#ऑनलाइन_या_बाबा सभी यही दवा देते हैं।
मजे की बात कि मेडिकल स्टोर पर यह दवा बिना किसी डॉक्टरी प्रिस्क्रिप्शन के मिल जाती है।
बिना डॉक्टरी सलाह के यह दवा देना मरीजों के लिए जानलेवा होता है। मेडिकल स्टोर्स ही नहीं वैद्य, डॉक्टर, साधू बाबा और ऑनलाइन विज्ञापन में भी यही दवा दी जाती है।
42 वर्षीय माधो चौहान करीब पंद्रह साल से शराब पी रहा था। परिवार वाले उसे वैद्य जी के पास ले गए। बाबा ने उन्हें जो दवा दी उससे शराब पीना तो कम हो गया, लेकिन माधो को कई बीमारियों ने घेर लिया। उनकी हड्डियां इतनी कमजोर हो गई कि थोड़ा सा भारी सामान उठाने पर ही दर्द होने लगा। अभी तक उसे 3 बार फ्रैक्चर हो चुका है।
मित्रों #होम्योपैथी में इस समस्या की कारगर दवा है और इस बीमारी में मैने #सैकड़ों मरीजों को ठीक किया है बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के। मरीज को दवा का सेवन करने के बाद अंदर से शराब की इच्छा धीरे धीरे जाती रहती है।
अगर आप के किसी पहचान या रिश्तेदार को ऐसी बुरी लत है, और इस पोस्ट को सुदूर पढ़ रहे है तो ऐसी जहरीली दवाओं से बचिए। आस पास के किसी योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से जरूर सलाह लें।
जानकारी अच्छी लगी तो फॉरवर्ड,#शेयर करते चलिए।
धन्यवाद।
डॉ गिरिराज सिंह